खत्म नहीं हो रही सीएम कमलनाथ की मुश्किल वापस तो लौट आए, अब मांग रहे मनमाना मंत्रालय
कमलनाथ सरकार की ओर से बेशक मौजूदा राजनीतिक संकट को सुलझा लेने का दावा किया जा रहा है लेकिन हकीकत कुछ और ही है. बता दें कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले चार विधायकों के बेंगलुरू के रिसॉर्ट में बीजेपी नेताओं के साथ जाने के बाद ये संकट सामने आया था. संकट अभी सुलझा नहीं है, इसका सबूत निर्दलीय विधायक सुरेंद्र शेरा ने दिया है।।
कांग्रेस ने बीजेपी के दो विधायकों के अपने साथ होने का संकेत दिया है. बीजेपी का आरोप है कि सरकार का मौजूदा संकट कांग्रेस पार्टी में राज्यसभा सीट के लिए अंदरूनी लड़ाई का नतीजा है. मध्य प्रदेश में राज्य सभा के लिए तीन सीटें भरी जानी हैं. इनमें एक-एक सीट कांग्रेस और बीजेपी को मिलना तय है. जबकि तीसरी सीट के लिए मुकाबला होगा.
सिंधिया को बनाया जाएगा कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक-सूत्र
नई दिल्ली सूत्रों के हवाले बड़ी खबर आ रही है। 10 जनपथ में मध्य प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम को हरी झंडी दे दी गई है। दरअसल थोड़ी देर पहले कमलनाथ सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने मध्य प्रदेश के ताजा राजनीतिक घटना क्रम की जानकारी सोनिया गांधी को दी और ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट की तरफ से मध्य प्रदेश कांग्रेस में चल रहे सियासी संग्राम से भी उन्हें अवगत कराया। माना जा रहा है कि कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष ने कमलनाथ को सलाह दी है कि वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए सिंधिया के हाथ मे संगठन की कमान देना ही एक मात्र हल है। बीजेपी जिस तेजी के साथ मे मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को डैमेज करने की कोशिश कर रही है उससे निबटने का फिलहाल यही विकल्प है की ज्योतिरादित्य सिंधिया संगठन की कमाल संभालें।