ना ख़बराएँ यश बैंक के ग्राहक, भारतीय बैंकिंग ढांचा है बहुत मजबूत
अमेठी के यश बैंक के ग्राहक ना करें फिक्र, पैसा है सुरक्षित
अमेठी। वर्तमान में यश बैंक नकदी व तरलता के संकट से गुजर रहा है जिसे फाइनेंस के तकनीकी शब्दों में कैश क्रंच (cash crunch) अथवा लिक्विडिटी ट्रैप (liquidity trap) कहते हैं।
ग्राहकों में स्थिति तब और संदेहास्पद हो गई जब रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया (RBI) ने इस बैंक से प्रत्येक महीने में निकासी की अधिकतम सीमा 50 हजार रुपये तय कर दिया।
वास्तव मे, बैंक विश्वास पर चलता है और यही बैंक की सबसे बडी पूंजी है। अगर एक ही समय मे किसी भी बैंक के सभी जमाकर्ता अपना पैसा बैंक से निकालने पहुँच जाएं तो बैंक नहीं दे पाएगा। क्योंकि जमा धन से ही CRR, SLR काटकर बैंक वह पैसा लोन के रूप में बांटता है और स्प्रेड से आय अर्जित करता है।
भारत की वित्तीय प्रणाली विश्व में सबसे उत्तम है। इसीलिए आजाद भारत मे कोई बैंक फेल नहीं हुआ।
रिजर्व बैंक आफ इंडिया के मॉनिटरिंग और भरोसे का ही परिणाम है कि स्टेट बैंक ने 49 प्रतिशत यस बैंक में निवेश करने का फैंसला किया है। जैसे ही स्टेट बैंक 2450 करोड़ के शेयर खरीदेगा नकदी की समस्या सुलझ जाएगी।
अमेठी जनपद में जो भी यश बैंक के ग्राहक हैं उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यश बैंक में उनका पैसा सुरक्षित है क्योंकि रिजर्व बैंक की साख पीछे से विश्वास रूपी सपोर्ट लगाए हुए है। बस ग्रहकों को थोड़ा सा धैर्य रखने की जरूरत है।