पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनों से घायल: बागियों को सताने लगी विधायक बनने की चिंता
भोपाल l पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनों से घायल होकर भाजपा में आंतरिक विरोध का सामना कर रहे हैं l कोरोना बायरस महामारी के चलते, चौतरफा अनिश्चितता और अफ़रा तफ़री का माहौल है l इससे राजनैतिक गतिविधियां और अभियान भी अछूते नहीं हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस में अघोषित तौर पर नंबर दो की हैसियत प्राप्त रहें ज्योतिरादित्य जी सिंधिया अपने सर्मथको के साथ भाजपा में शामिल हुए और कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद एक बार फिर शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री बन चुके हैं परंतु बह कब तक मुख्यमंत्री बनें रहते हैं l यह फिलहाल राज्य में होने वाले 24 विधानसभा क्षेत्रों के उप चुनाव परिणामों पर निर्भर करता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने जिन 22 सर्मथक बिधायको को लेकर भाजपा में शामिल हुए उन 22 बिधायको में 6 केबिनेट मंत्री भी थे l जिन्होंने कांग्रेस के साथ बिधानसभा सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद अब उन सभी पूर्व विधायकों के चुनाव क्षेत्रों में उप चुनाव होंगे, इन उप चुनावों के परिणाम जो भी हो परंतु यह चुनाव निजी स्तर पर सिंधिया के लिए किसी चुनौती और चिंता से कम नहीं है। बागियों को विधायक बनने की चिंता सताने लगी l पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने सबसे बड़ी चिंता अपने सर्मथक पूर्व मंत्रियों को चुनाव पूर्व मंत्री मंडल में शामिल कराने और फिर उप चुनावों में भाजपा टिकट दिलवाने की बिकट चुनौती सामने है l चूंकि जिन क्षेत्रों में उप चुनाव होने हैं l वहां पिछले चुनाव में पराजित रहे भाजपा प्रत्याशी पुनः टिकटार्थी बनने की आस लगाए बैठे हैं जो सिंधिया सर्मथको के लिए चिंता का सबब बनेंगे या भाजपा के पुराने बफादारो के लिए सिंधिया सर्मथक बीआरएस लेने का कारण ? फिलहाल सिंधिया की स्थिति इस शेर की तरह दिख रही है l जहां शिकार तो तीन तरफ मौजूद हैं लेकिन शिकार में सफलता संदिग्ध और मुश्किल भरी लग रहीं हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनों से घायल: बागियों को सताने लगी विधायक बनने की चिंता